हमीरपुर -मंडी एनएच निर्माण की लापरवाही की पहली तस्वीर आई सामने, ठाणा दरोगण में घरों में घुसा बारिश का पानी
- By Arun --
- Friday, 23 Jun, 2023
The first picture of the negligence of Hamirpur-Mandi NH construction came in front, rain water ente
हमीरपुर:पहली ही बारिश ने निर्माणाधीन हमीरपुर -मंडी एनएच निर्माण की लापरवाही की पहली तस्वीर साफ कर दी है। शुक्रवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश ने टौणी देवी तहसील के तहत ठाणा दरोगण गांव में तबाही मचा दी। एनएच का पानी लोगों के घरों में घुस गया और सामान भी भीग गया। पहली ही बारिश ने एनएच निर्माण में बरती जा रही लापरवाही की पोल खोल कर रख दी। बता दें कि ठाणा दारोगण में करीब दो किलोमीटर लंबे नाले को चैनेलाइज किए बिना ही नया एनएच बनाने की शुरुआत कर दी गई। लोगों ने इसका आरंभ में ही विरोध किया लेकिन लोगों की एक नहीं सुनी गई। शुक्रवार को हुई बारिश से नाले का रुख बदला और लोगों के घरों में तबाही मचा दी। बेडरूम में घुसे पानी ने इलेक्ट्रॉनिक्स सामान भिगो दिया।
कई घरों के किचन बरामदे और आंगन पानी में कई घंटे डूबे रहे। एनएच निर्माण कंपनी द्वारा बरती गई लापरवाही से तृप्ता देवी, आशीष , पंकज, राकेश, राजीव, जोगिंद्र इत्यादि का नुकसान हुआ है। बारिश का पानी घरों और दुकानों में घुस गया। इससे इलेक्ट्रॉनिक्स सामान के अलावा दुकानों में रखा सामान भीग गया। प्रभावितों ने रोष जताते हुए कहा कि विकास के नाम पर विनाश होते हुए वे पहली बार देख रहे हैं।
प्रशासन आया हरकत में,नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे
सूचना मिलते ही तहसीलदार बमसन डॉक्टर आशीष शर्मा ने नायब तहसीलदार रमेश शर्मा को मौके पर भेजा। डॉक्टर आशीष शर्मा ने बताया कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है। मौके पर मौजूद लोगों के चेहरे पर चिंता, रोष और भय साफ देखा जा रहा है। लोग प्रशासन से एनएच निर्माण में बरती जा रही लापरवाही को बेबाकी से बता रहे हैं।
अधिकारी ले रहे नुकसान का आंकलन , एनएचएआई मामले पर गंभीर
नायब तहसीलदार रमेश शर्मा ने ठाणा दरोगन से बताया कि कंपनी के साइट इंजीनियर को बुलाकर सख्त दिशा निर्देश देकर राहत कार्य शुरू करवा दिया है। कंपनी को प्रभावित क्षेत्र में प्राथमिकता के आधार पर निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश भी दिए गए हैं। एनएचएआई के साइट इंजीनियर सुशील कुमार ने बताया कि कंपनी को करीब छह माह पूर्व ही ठाणा दरोगण में नाले के चैनेलाइजेशन के काम को पूरा करने के सख्त आदेश दिए थे। बावजूद इसके लापरवाही बरती गई। कंपनी को अधूरा काम शीघ्र निपटा लोगों को राहत देने के सख्त निर्देश दिए गए हैं।